इसे भारत का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। इस गेट को 1924 में बनाया गया था। समुन्दर के रस्ते आने वाले विदेशी व्यापारी जब भारत में दाखिल होते थे तो इसी गेट से वो अंदर आते थे। आज ये गेट भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है क्योंकि आज यहां हर रोज़ हज़ारों लोग इसे देखने आते हैं।