मनाली हिमाचल प्रदेश का एक अहम शहर है। गर्मियों के मौसम में देश भर से यात्री यहां आते हैं। मनाली में सर्दियों के समय पड़ने वाली बर्फ बहुत प्रसिद्ध है और यहां पर हर समय लोगों की भीड़ लगी रहती है।
शिमला से 20 किलोमीटर आगे जाकर आप कुफरी की पहाड़ियों में गम हो जायेंगे। यहां जितना सुहावना मौसम पुरे हिमाचल में आपको कहीं नहीं मिलेगा। यहां पर आप स्कींग कर सकते हैं, रोप वे का आनद ले सकते हैं।
शांत परिदृश्य, बर्फ से ढकी पहाड़ियों और कलात्मक मंदिरों के बीच बीर 5,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। बीर ट्रेकिंग पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग और हैंड ग्लाइडिंग सहित मनोरंजक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है।
कसौली चंडीगढ़ से सिर्फ 65 किमी दूर स्थित है, जो अपने आकर्षण और साहसिक गतिविधियों के अलावा और खूबसूरत रिजॉर्ट और शांत वातावरण के लिए भी जाना जाता है।
धर्मशाला को अगर छोटा तिब्बत भी कहा जाये तो कोई गलत बात नहीं होगी। दूर दूर से बुद्ध धर्म को मानने वाले यहां आते हैं और आत्मिक शांति प्राप्त करते हैं। धर्मशाला को हिमाचल की धार्मिक राजधानी भी माना जाता है।
मंडी की रियासत भारत संघ के भीतर स्थित है। बिलासपुर की राजधानी के रूप में, राज्य लगभग 232,598 किलोमीटर के रूप में विस्तृत है जो विभाजन के बाद लगभग 1,139 वर्ग किलोमीटर तक कम हो गया था। मंडी राज्य दो बड़े शहरों और लगभग 3,625 गांवों का घर है।
हिमाचल प्रदेश में मौजूद स्पीति घाटी हर तरफ से हिमालय से घिरा हुआ है, जो समुद्र तल से 12,500 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है।
मणिकरण साहेब टूरिस्ट के साथ साथ सिख धरम को मानने वालों के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थान है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। यहां पर बहने वाले कुदरती गर्म पानी के चश्मे हैं और यहां की सूंदर वादियां आपको यहीं रोक लेने के लिए काफी हैं।
तीर्थन वैली हिमाचल के कुल्लू ज़िले में स्थित है और यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। ये समुद्री ताल से 1600 मीटर से भी ज्यादा उचाई पर स्थित है। यहां पर आपको कुदरती झरने देखने को मिलते हैं।
तीर्थन वैली हिमाचल के कुल्लू ज़िले में स्थित है और यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। ये समुद्री ताल से 1600 मीटर से भी ज्यादा उचाई पर स्थित है। यहां पर आपको कुदरती झरने देखने को मिलते हैं।
काँगड़ा हिमाचल प्रदेश की अहम स्थानों में से एक है। यहां का मशहूर काँगड़ा किला है और यहां पर देवी दुर्गा का एक भव्य मंदिर भी है जो दुनिया भर के श्रधालुओं की आस्था का केंदर है।
रोहतांग पास मनाली से लगभग 50 किलोमीटर आगे है और ये लेह को जाता है। ये पास चरों और से बर्फ से ढका होने के कारण हमेशा टूरिस्ट स्पॉट बना रहता है। अगर आप इस चिलचिलाती गर्मी से राहत पाना चाहते हैं तो ये जगह आपके लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं।